Laavanya 2.2 BHARATANATYAM DANCER APARAJITA SARMA by Swapnil Saundarya ezine



SWAPNIL   SAUNDARYA  e-zine  

( Vol- 05, Year - 2017 , SPECIAL ISSUE )

Presents

Laavanya 2.2
लावण्या ~ 2.2

BHARATANATYAM  DANCER  
APARAJITA SARMA
Read Now 
https://issuu.com/swapnilsaundaryaezine/docs/laavanya_2.2_bharatanatyam_dancer_a




Published by : Aten Publishing House 






स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन - परिचय 

ला , साहित्य,  फ़ैशन व सौंदर्य को समर्पित भारत की पहली हिन्दी लाइफस्टाइल  ई- पत्रिका के पँचम चरण अर्थात पँचम वर्ष में आप सभी का स्वागत है . 

फ़ैशन व लाइफस्टाइल  से जुड़ी हर वो बात जो है हम सभी के लिये खास, पहुँचेगी आप तक , हर पल , हर वक़्त, जब तक स्वप्निल सौंदर्य के साथ हैं आप. गत वर्षों की सफलता और आप सभी पाठकों के अपार प्रेम व प्रोत्साहन  के बाद अब स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन  ( Swapnil Saundarya ezine )   के पँचम वर्ष को एक नई उमंग, जोश व लालित्य के साथ प्रस्तुत किया जा रहा है ताकि आप अपनी ज़िंदगी को अपने सपनों की दुनिया बनाते रहें. सुंदर सपने देखते रहें और अपने हर सपने को साकार करते रहें .तो जुड़े रहिये 'स्वप्निल सौंदर्य' ब्लॉग व ई-ज़ीन  के साथ .

और ..............

बनायें अपनी ज़िंदगी को अपने सपनों की दुनिया .
( Make your Life just like your Dream World ) 




Launched in June 2013, Swapnil Saundarya ezine has been the first exclusive lifestyle ezine from India available in Hindi language ( Except Guest Articles ) updated bi- monthly . We at Swapnil Saundarya ezine , endeavor to keep our readership in touch with all the areas of fashion , Beauty, Health and Fitness mantras, home decor, history recalls, Literature, Lifestyle, Society, Religion and many more. Swapnil Saundarya ezine encourages its readership to make their life just like their Dream World .







Founder - Editor  ( संस्थापक - संपादक ) :  
Rishabh Shukla  ( ऋषभ शुक्ला )

Managing Editor (कार्यकारी संपादक) :  
Suman Tripathi (सुमन त्रिपाठी) 

Chief  Writer (मुख्य लेखिका ) :  
Swapnil Shukla (स्वप्निल शुक्ला )

Art Director ( कला निदेशक) : 
Amit Chauhan  (अमित चौहान) 

Marketing Head ( मार्केटिंग प्रमुख ) : 
Vipul Bajpai (विपुल बाजपई) 





'स्वप्निल सौंदर्य - ई ज़ीन ' ( Swapnil Saundarya ezine )  में पूर्णतया मौलिक, अप्रकाशित लेखों को ही कॉपीराइट बेस पर स्वीकार किया जाता है . किसी भी बेनाम लेख/ योगदान पर हमारी कोई ज़िम्मेदारी नहीं होगी . जब तक कि खासतौर से कोई निर्देश न दिया गया हो , सभी फोटोग्राफ्स व चित्र केवल रेखांकित उद्देश्य से ही इस्तेमाल किए जाते हैं . लेख में दिए गए विचार लेखक के अपने हैं , उस पर संपादक की सहमति हो , यह आवश्यक नहीं है. हालांकि संपादक प्रकाशित विवरण को पूरी तरह से जाँच- परख कर ही प्रकाशित करते हैं, फिर भी उसकी शत- प्रतिशत की ज़िम्मेदारी उनकी नहीं है . प्रोड्क्टस , प्रोडक्ट्स से संबंधित जानकारियाँ, फोटोग्राफ्स, चित्र , इलस्ट्रेशन आदि के लिए ' स्वप्निल सौंदर्य - ई ज़ीन ' को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता .

कॉपीराइट : 'स्वप्निल सौंदर्य - ई ज़ीन '   ( Swapnil Saundarya ezine )   के कॉपीराइट सुरक्षित हैं और इसके सभी अधिकार आरक्षित हैं . इसमें प्रकाशित किसी भी विवरण को कॉपीराइट धारक से लिखित अनुमति प्राप्त किए बिना आंशिक या संपूर्ण रुप से पुन: प्रकाशित करना , सुधारकर  संग्रहित करना या किसी भी रुप या अर्थ में अनुवादित करके इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक , प्रतिलिपि, रिकॉर्डिंग करना या दुनिया के किसी भी हिस्से में प्रकाशित करना निषेध है . 'स्वप्निल सौंदर्य - ई ज़ीन ' के सर्वाधिकार ' ऋषभ शुक्ल' ( Rishabh Shukla )  के पास सुरक्षित हैं . इसका किसी भी प्रकार से पुन: प्रकाशन निषेध है.

चेतावनी : 'स्वप्निल सौंदर्य - ई ज़ीन '  ( Swapnil Saundarya ezine )   में घरेलु नुस्खे, सौंदर्य निखार के लिए टिप्स एवं विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के संबंध में तथ्यपूर्ण जानकारी देने की हमने पूरी सावधानी बरती है . फिर भी पाठकों को चेतावनी दी जाती है कि अपने वैद्य या चिकित्सक आदि की सलाह से औषधि लें , क्योंकि बच्चों , बड़ों और कमज़ोर व्यक्तियों की शारीरिक शक्ति अलग अलग होती है , जिससे दवा की मात्रा क्षमता के अनुसार निर्धारित करना जरुरी है.  






संपादकीय 

नमस्कार पाठकों,


आप सभी के प्रेम  व आशीर्वाद के कारण हम भारत की पहली हिंदी लाइफस्टाइल  ई -पत्रिका स्वप्निल सौंदर्य ( Swapnil Saundarya ezine ) के चार वर्ष सफलतापूर्वक संपूर्ण कर चुके हैं. अब हम स्वप्निल सौंदर्य ई ज़ीन के पँचम चरण के पथ पर अग्रसर हैं. गत वर्षों में हमने विभिन्न मुद्दों पर पत्रिका के माध्यम से चर्चा की. सौंदर्य की सही परिभाषा को आत्मसात किया. स्वप्निल सौंदर्य एक लाइफस्टाइल ई पत्रिका है पर पत्रिका के कंटेट को सीमित न करते हुए हमने इसके जरिये कई सामाजिक मुद्दों को गहराई से समझा व पूर्ण संवेदनाओं के साथ इन्हें उजागर किया. पत्रिका में हमने कला, फ़ैशन, लाइफस्टाइल, साहित्य से जुड़े तमाम पहलुओं को सम्मिलित किया. गत वर्ष 'लावण्या' नामक नव सेगमेंट के जरिये हमने भारतीय शास्त्रीय संगीत व नृत्य के क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा चुके कुछ नर्तक व नृत्यांगनाओं के प्रेरणादायक जीवन पर प्रकाश डाला. 




इसके अतिरिक्त 'सफ़केशन' व 'एसिड' नामक ई- बुक्स द्वारा दिल में कचोटन पैदा करने वाले व मस्तिष्क को झकझोर कर रख देने वाले मुद्दों को आप पाठकों द्वारा भेजी गईं कुछ विशेष कहानियों द्वारा उजागर किया. एक ओर स्त्री विमर्श से संबंधित मुद्दों पर डॉ. आकांक्षा अवस्थी की डायरी के कुछ पृष्ठों को सम्मिलित किया गया तो दूसरी ओर एड्वोकेट प्रणवीर प्रताप सिंह चंदेल व उनके मित्रों द्वारा गरीब व असहाय बच्चों की शिक्षा व बेहतर भविष्य के लिए किए जा रहे प्रयासों को व उनके मिशन एन.जी.ओ की संरचना व कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई.   स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन के चतुर्थ वर्ष का शुभारंभ हमने अधिवक्ता मीरा यादव की डायरी ( From the diary of Meera ) के कुछ अनमोल पृष्ठों से किया . नारी व्यथा व सशक्तिकरण को मर्मस्पर्शी व दृढ़्ता के साथ प्रस्तुत करती मीरा की डायरी के ये पृष्ठ  सराहनीय थे. इसके अलावा स्त्री का जीवन चुनौतियों का पर्याय जैसे हृदय भेदी मुद्दों व अपने रिसर्च पेपर्स व जर्नल्स के साथ डॉ. आकांक्षा अवस्थी की डायरी निरंतर हमारी ई पत्रिका की शोभा बढ़ा रही है. गत वर्ष पत्रिका की प्रमुख लेखिका व डिज़ाइनर स्वप्निल शुक्ला के खजाने से फ़ैशन व आभूषणों पर उनके प्रकाशित लेखों के संकलन को भी  प्रस्तुत किया गया. पुरुषों की जीवनशैली को समर्पित स्वप्निल सौंदर्य ई -ज़ीन की  नवीन पेशकश 'दि आइसोलेटेड चैप' ( The Isolated Chap ) को भी सफलतापूर्वक प्रस्तुत  किया गया. 




स्वप्निल सौंदर्य ई ज़ीन के इस विशेषांक के ज़रिये  हम आपका साक्षात्कार करा रहे हैं अद्वितीय प्रतिभा की धनी भरतनाट्यम  नृ्त्य के क्षेत्र में अपनी सशक्त पहचान स्थापित कर रहीं नृ्त्यांगना अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma )  से. आशा करता हूँ 'लावण्या' श्रृंख्ला की इस नवीन पेशकश पर भी आप पाठकों के प्रेम व आशीर्वाद की वर्षा होगी. 

तो  बस बने रहिये स्वप्निल सौंदर्य ई -ज़ीन के साथ और बनाइये अपनी ज़िंदगी को अपने सपनों की दुनिया.  


- ऋषभ शुक्ला ( Rishabh Shukla )
  संस्थापक -संपादक ( Founder-Editor )





लावण्या ~


भरतनाट्यम  नृत्य की  देदीप्यमान नृ्त्यांगना : अपराजिता शर्मा




रतनाट्यम नृत्य शास्त्रीय नृत्य का एक प्रसिद्ध नृत्य है । भरत नाट्यम, भारत के प्रसिद्ध नृत्‍यों में से एक है तथा इसका संबंध दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्‍य से है। यह नाम 'भरत' शब्‍द से लिया गया तथा इसका संबंध नृत्‍यशास्‍त्र से है। ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मा, हिन्दू देवकुल के महान् त्रिदेवों में से प्रथम, नाट्य शास्‍त्र अथवा नृत्‍य विज्ञान हैं। इन्‍द्र व स्‍वर्ग के अन्‍य देवताओं के अनुनय-विनय से ब्रह्मा इतना प्रभावित हुआ कि उसने नृत्‍य वेद सृजित करने के लिए चारों वेदों का उपयोग किया। नाट्य वेद अथवा पंचम वेद, भरत व उसके अनुयाइयों को प्रदान किया गया जिन्‍होंने इस विद्या का परिचय पृथ्‍वी के नश्‍वर मनुष्‍यों को दिया। अत: इसका नाम   भरत नाट्यम हुआ । भरत नाट्यम में नृत्‍य के तीन मूलभूत तत्‍वों को कुशलतापूर्वक शामिल किया गया है। ये हैं-

भाव अथवा मन:स्थिति,
राग अथवा संगीत और स्‍वरमार्धुय और
ताल अथवा काल समंजन।


भरत नाट्यम की तकनीक में हाथ, पैर, मुख व शरीर संचालन के समन्‍वयन के 64 सिद्धांत हैं, जिनका निष्‍पादन नृत्‍य पाठ्यक्रम के साथ किया जाता है।






Painting by Anushree Santhosh


मूल तत्‍व
भरत नाट्यम में जीवन के तीन मूल तत्‍व – दर्शन शास्‍त्र, धर्म व विज्ञान हैं। यह एक गतिशील व सांसारिक नृत्‍य शैली है, तथा इसकी प्राचीनता स्‍वयं सिद्ध है। इसे सौंदर्य व सुरुचि संपन्‍नता का प्रतीक ब‍ताया जाना पूर्णत: संगत है। वस्‍तुत: य‍ह एक ऐसी परंपरा है, जिसमें पूर्ण समर्पण, सांसारिक बंधनों से विरक्ति तथा निष्‍पादनकर्ता का इसमें चरमोत्‍कर्ष पर होना आवश्‍यक है। भरत नाट्यम  तुलनात्‍मक रूप से नया नाम है । पहले इसे सादिर, दासी अट्टम और तन्‍जावूरनाट्यम के नामों से जाना जाता था।




मुद्राएं
विगत में इसका अभ्‍यास व प्रदर्शन नृत्‍यांगनाओं के एक वर्ग जिन्‍‍हें 'देवदासी' के रूप में जाना जाता है, द्वारा मंदिरों में किया जाता था। भरत नाट्यम के नृत्‍यकार मुख्‍यत: महिलाएं हैं, वे मूर्तियों के अनुसार अपनी मुद्राएं बनाती हैं, सदैव घुटने मोड़ कर नृत्‍य करती हैं। यह नितांत परिशुद्ध शैली है, जिसमें मनोदशा व अभिव्‍यंजना संप्रेषित करने के लिए हस्‍त संचालन का विशाल रंगपटल प्रयोग किया जाता है। भरत नाट्यम अनुनादी है तथा इसमें नर्तक को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। शरीर ऐसा जान पड़ता है मानो त्रिभुजाकार हो, एक हिस्‍सा धड़ से ऊपर व दूसरा नीचे। यह, शरीर भार के नियंत्रित वितरण, व निचले अंगों की सुदृढ़ स्थिति पर आधारित होता है, ताकि हाथों को एक पंक्ति में आने, शरीर के चारों ओर घुमाने अथवा ऐसी स्थितियाँ बनाने, जिससे मूल स्थिति और अच्‍छी हो, में सहूलियत हो।






वर्तमान समय में भरतनाट्यम  नृ्त्य के क्षेत्र में नृ्त्यांगनाओं का बड़ा वर्चस्व है. नई प्रतिभाओं के साथ नृ्त्य विद्या का यह विस्तार   सुखद   है . इस कड़ी में नृ्त्यांगना अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma )  का नाम भरतनाट्यम नृ्त्य के क्षेत्र में किसी पहचान का मोहताज नहीं . 
भरतनाट्यम नृ्त्य के क्षेत्र में अपनी बेमिसाल प्रतिभा का लोहा मनवा चुकीं ,  नृ्त्यांगना अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma ), ने शास्त्रीय नृ्त्य की विधिवत शिक्षा अपनी माँ व गुरु श्रीमती कनक सुधाकर जी के मार्गदर्शन में संपूर्ण की.


भरतनाट्यम नृ्त्यांगना अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma )  भरतनाटयम नृ्त्य के क्षेत्र से  पिछले  22वर्षों  से जुड़ी हैं  और भारतीय शास्त्रीय नृत्य कला की अनमोल विरासत को जीवित  रखने हेतु अपनी अद्वितीय प्रतिभा व कड़े परिश्रम द्वारा  सफल भागीदारीदे रही हैं.  नृ्त्य की विधिवत शिक्षा के साथ , अपराजिता  ने अभिनय, थियेटर  , आधुनिक नृ्त्य , बाली नृत्य , भारतीय लोक नृत्य आदि महत्त्वपूर्ण विषयों की भी जानकारी प्राप्त करी.









अपराजिता शर्मा, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र  (ऑनर्स) में स्नातक , अखिल भारतीय गाँधर्व महाविद्यालय मंडल , मुंबई से भरतनाटयम नृत्य कला में संगीत विशारद व  संगीत अलंकार व  इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय , खैरागढ़ से  नृत्य में परास्नातक की उपाधियों से अलंकृत हैं.

सर्वतोमुखी प्रतिभा की धनी अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma )   के अद्वितीय एवं अतुलनीय कौशल, भाव, निपुणता व दक्षता के कारण इन्हें अखिल भारतीय संस्कृति संघ ,पुणे द्वारा नृत्य निवेदिता व  इंडियन  थियेटर ओलम्पियाड द्वारा नृत्य भूषण, नेशनल मीडिया फाउंडेशन द्वारा  अंतर्राष्ट्रीय नृत्य सम्मान आदि पुरस्कारों से नवाज़ा गया.












CCRT  ( Centre for Cultural Resources and Training ) द्वारा 2004 में  अपराजिता को  जूनियर स्कॉलरशिप  व 2008 में 'साहित्य कला परिषद' द्वारा सीनियर स्कॉलरशिप प्रदान की गई. इसके अतिरिक्त  अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma )  को मिनिस्ट्री आफ इनफॉरमेशन एण्ड ब्रॉड्कास्टिंग ( Ministry of Information and Broadcasting ) द्वारा आर्टीस्ट की श्रेणी  प्राप्त  है.

इन्हें आई सी सी आर ( मिनिस्ट्री आफ एक्सटर्नल अफेअर्स ) के अधीन फॉरन असाइनमेंट्स के लिए बतौर शिक्षिका एवं परफॉर्मर  चयनित किया गया है. अपराजिता को दूरदर्शन के प्रख्यात लाइव शो गुड ईवनिंग में  बतौर युवा नृत्यांगना साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जा  चुका है .





भरतनाटयम नृत्यांगना अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma )   के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सॉजर्न  ( sojourns ) के अंतर्गत डांस एवं कल्चरल  फेस्टिवल - इंडोनेशिया , क़तर  ,मिस्त्र  , स्कॉट्लैण्ड  ,मस्क़त आदि शामिल हैं. इसके  अतिरिक्त अपराजिता ने  तिरुपति, तमिल नाडु, शिमला, चंडीगढ़ ,कटक, नेपाल, गोवा, दिल्ली, मुम्बई, उड़ीसा आदि  राज्यों व शहरों में  अपनी नृत्य कला का जौहर  दिखाया.

अपराजिता शर्मा  के नृ्त्य में , पद संचालन, अभिनय , मुद्राएं व नेत्र संचालन का उचित सामंजस्य देखते ही बनता है . यह भरतनाटयम  नृ्त्य के क्षेत्र में इनकी विधिवत शिक्षा व अनुभव को स्वत: ही दर्शाता है  व  दर्शक गण  इनके सौंदरपरक नृ्त्य कला के सम्मोहन में बँधता चला जाता है .भरतनाट्यम नृ्त्य के प्रत्येक पक्ष पर कड़ी पकड़ रखने वाली अपराजिता की हर प्रस्तुति प्रभावशाली व भेदकारी बन पड़ती है.









आत्मविश्वास, लालित्य से परिपूर्ण , भावाभिव्यक्ति में निपुण अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma ) को भरतनाट्यम नृ्त्य का स्वर्णिम गौरव कहना अतिशयोक्ति न होगा .  अपराजिता की नृ्त्य शैली देख यह कहना किसी भी प्रकार से अनुपयुक्त न होगा कि अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma ) ,भरतनाट्यम  की एक देदीप्यमान नृ्त्यांगना हैं.











अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma ) के विलक्षण व्यक्तित्व को व उनकी प्रतिभा को बयां करने में शब्द शायद कम पड़ जाएं . पता नहीं स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन के विशेष कॉलम के ज़रिये अपराजिता शर्मा को आप सभी पाठकों के कितना निकट ला पाया हूँ .  अपराजिता शर्मा  के व्यक्तित्व व भरतनाटयम  नृ्त्य  के क्षेत्र में उनके योगदान के बारे में लिखते हुए ऐसा महसूस हुआ कि अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma ) का नृ्त्य  के प्रति समर्पण अदभुत है . अपने में खो जाना ही तो , कभी किसी का हो जाना है " ...... अपराजिता शर्मा (BHARATANATYAM  DANCER  Aparajita Sarma ) ने नृ्त्य कला को अपने व्यक्तित्व में इस प्रकार समा लिया है और उसमें खो के वे नृ्त्य की एक बेहतरीन व प्रतिभावान पर्याय बन गई हैं. स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन टीम ( Swapnil Saundarya ezine Team ) की ओर से अपराजिता जी को ढेर सारी शुभकामनाएं व आभार . 




 - ऋषभ शुक्ला ( Rishabh Shukla )

( संस्थापक - संपादक { Founder-Editor } )






Quick Facts about  Bharatanatyam  Dancer Aparajita Sarma ~

Aparajita Sarma, daughter and disciple of Guru Smt Kanaka
Sudhakar, is a youth Bharatanatyam professional artiste,
teacher, choreographer and PRO and Manager for NGO
SUNAINA for event and festival management. She has been
in this field for the past twenty years.


Academic qualifications:

-B.A. Economics Hons from Delhi University.

- M.A. Bharatanatyam from Kheragarh, Chattisgarh
University.

- Alankar Poorna (M.A) in Bharatanatyam from Akhila
Bharatiya Gandhava Maha Vidyalaya, Miraj



Experience in the field:

- Practicing and performing Bharatanatyam for the past
22 years.

- Additional knowledge in: Indian Folk Dances,
Contemporary work & physical theatre and Balinese
traditional Dances.

- Drama & Theatre as an actor.


Award and Accomplishments:

- Empanelled as a teacher and performer with the
ICCR

-Awarded CCRT junior scholarship in 2004
and Sahitya kala Parishad, senior scholarship in
2008.
-  Graded artiste of Doordarshan

- Awarded Nritya Nivedita Puraskar by Akhila
Bharatiya Sanskrutik Sangh, Pune.


- Awarded Kala Vaibhavi by Universal
Sanskrutik Shrodh Natya Academy, Dehradun.


- Awarded Nritya Bhushan by the India
Theatre Olympiad, Cuttack.

- Awarded Antarashtriya Nritya Samman by National Media Foundation.

- Interviewed as a youth performer in the GOOD EVENING LIVE SHOW DD.


Some of her performances and accomplishments are as follows:

- Presented solo and group Bharatanatyam performance
for Naadaneerajanam festival, Tirupati.

- Presented solo Bharatanatyam at Natyanjali festival
at Nagapattinam 2016 & Pandanallur in 2014 Tamil
Nadu

- Presented special choreography, Skanda Sashti
Kavacham, with her Guru at Swami Karthikeya
Temple, Chandigarh

- - Presented solo Bharatanatyam performance for
dance photography workshop organized by CCRT.

- Presented Traditional solo Bharatanatyam performance
in Hindu Mandir and Cultural Centre, Edinburgh,
Scotland.

- Choreographed and performed in cultural festivals in Doha, Qatar.

- Presented solo Bharatanatyam performance, Nritya Pratibha festival in Dehradun
organized by Sangeet Nataka Academy , Sai Nrityotsav, Bangalore, DD Chandana TV,
Agra in foreign cultural meet, India Theatre Olympid, Cuttack, Doordarshan, Epicentre,
Gurgaon, India international Centre, Delhi, Delhi Tamil Sangm ,India Habitat Centre etc.

- Presented solo Bharatanatyam presentation for Sari exhibition in India by the Nile, Egypt.

- Performed solo Bharatanatyam in many National and International dance and Cultural
festivals in Indonesia in Sumatra, Surabaya, Jakarta, Bali, Medan etc.

- Presented Bharatanatyam performance for 'Festival of Young Musicians and Dancers' by
Sahitya Kala Parishad.

- Presented group performance at 29th Seminar & Felicitation Ceremony at Kathmandu in
Nepal

- Presented group Bharatanatyam presentation for Delhi International Arts Festival 2015 &
2013 which was well reviewed in nathaki.com.

- Presented group Bharatanatyam performance in Dilli Haat, Janakpuri by India World
Cultural Form and Sahitya Kala Parishad.

- Choreographed and performed Musica Fiorita, a unique and innovative performance where
traditional Bharatanatyam was presented with Baroque Music and Dance of Europe. The
show was presented in Delhi, Kolkata, Mumbai and Goa .

- Choreographed and presented „Krishna Ganga‟ a unique Bharatanatyam presentation set to
traditional Hindustani music of Benaras Gharana at Delhi Tamil Sangam

- Presented 'Bhavayami
Raghuramam', a dance production
dedicated to Lord Rama at the
Delhi Tamil Sangam.

- Played the role of Andal in
'Krishnamayee Meeraandal',
beautiful collaboration with Guru
Jitender Maharaj, Nalini and
Kamalini depicting the story of
story of Meera & Andal in IHC
Delhi, Brahma Gana Sabha
Chennai, Naadaaneerajanam Festival in Tirupati, Guruvayoorappan Temple Delhi and
SRMS College Bareilly

- Performed „Navarasa Nayaki‟ at Bhavalaya 2010 in Muscat, Sultunate of Oman.
- Has played the main role in many dance dramas of the academy like Nasha hi Nasha as
Sutradhar, Swarsangam, Krishna Leela Tarangini as Rukmini, Rani of Jhansi in ballet
'Ashthalakshmi, the woman'.

- Collaborated with Balinese traditional dancers and choreographed Balinese
Bharatanatyam for World Hindu Summit in Bali, Indonesia.

- Choreographed and presented 'Slice of India' with Kathak artistes and presented in many
islands of Indonesia.

- Presented group Bharatanatyam presentations for International Folk Festival, Kullu, Gaiety
Theatre in Shimla, Natyanjali festival, Chidambaram, Tiruvarur and Pandanaluur,
Nimapara festival, Orissa, Navarathiri festival in Madurai, India World Cultural Forum in
India Habitat Centre, Siri Fort Auditorium for Steel Authority if India, Tyagaraja
Panchratana Keertanas in Lok Kala Manch, Delhi Tamil Sangam, Chinmayya sabha and
Triveni Kala Sangam, ISKON temple on the occasion of Ram Navami celebrations, Andhra
Pradesh Day Celebrations organized by government of Andhra Pradesh etc.


- Performed contemporary work for the 'WE CAN
END ALL VIOLENCE AGAINST WOMEN' Campaign in Bhopal, Innovative dance presentations
on Nature and Krishna in the Delhi International Arts
Festival and Indradhanush festival, „CONFLUENCE‟
a unique dance presentation where Bharatanatyam
was merged with Manipuri, Kathak and western
Contemporary at Triveni Kala Sangam , Delhi.

- Performed in IIC, Delhi to demonstrate the
therapeutic values of Bharatanatyam as an Indian
Classical dance.

- Performed with Bharatiya Kala Kendra in their Dance
dramas like Shri Ram, Krishna Leela and Karna.

- Participated and won first prize in solo and group competitions organized by MTNL Delhi
Heart Care Classical Dance Competitions (Delhi), Delhi University Competitions, All-India
Multi lingual Dance, Drama and Music Competitions (Pune), Universal Sanskrutik Shrodh
Natya Academy Compeitions (Cuttack)


- Performed her Arangetram in 8th Feb 2003.











Fight against Breast Cancer

We have two options, medically and emotionally: give up or fight like hell




SWAPNIL SAUNDARYA CHEMO DOLLS

#ChemoDolls :: Bald is beautiful
‘Swapnil Saundarya Label’ is proud to present its exclusive range of chemo dolls which can help in conveying the psychosocial effects of treatment to cancer patients .
Our Label has created Swapnil Saundarya Chemo Dolls with an extremely rare condition where they do not have hair , they went through all their cancer treatments with their chemo, radiation and surgery . These Chemo Doll with the ‘ Fighting Spirit ‘ help to affirm and support the struggles of cancer patients. These dolls are designed to encourage Cancer patients who have to go through chemo therapy and will likely lose their hair. Swapnil Saundarya Chemo Dolls are dolls for children as well as for adults in treatments for cancer.
Doll Designer Swapnil has been very busy making chemo dolls which are simply beautiful and bald ! each with their own removable colorful hat adjoining with the doll’s hand representing the power to fight against the terrible disease Cancer . These dolls are dedicated to all of them battling this awful disease.
Help Swapnil Saundarya Label  meet their goal of placing  Swapnil Saundarya Chemo Dolls in the arms of all cancer patients who need a hug and to put big smiles on their faces .You can nominate any child with cancer who needs a new best friend Doll and the company will ship his or her new doll with our love and care from Swapnil Saundarya Label.
Doll Designer Swapnil believes that her dolls have the magic to make their own best friends feel super brave and courageous.”Our mission is to provide emotional support to children and adults in treatment for cancer and other serious illnesses through our chemo dolls  and Artistic Cards ” she said.
Swapnil Saundarya Chemo Dolls are available at Swapnil Saundarya estore and Rishabh Interiors and Arts :: The e Studio.



'Swapnil Saundarya' For a Cause : FIGHT AGAINST DOMESTIC VIOLENCE & CHILD ABUSE


#StopDomesticViolence 
#StopChildAbuse

YES ! I AM BOLD  is a collection of paintings by Interior Designer, Painter and Arts Journalist  Rishabh that speak out against Domestic violence and Child Abuse.

YES ! I AM BOLD .














Swapnil Jewels

Nothing Less expectable,
Nothing more Imaginable…….
Just an Extraordinary piece of Art.


At Swapnil Jewels and Arts , we pride ourselves on creating beautiful and bespoke designer Jewellery , Traditional as well as Contemporary Jewellery , from India which is captivating and a true expression of your style. The intention and goal is to create exclusive jewellery and innovative designs at excellent prices .

Our mission is to present, promote and highlight Indian Traditional Jewellery forms and arts globally because glitter of ancient era’s jewellery will never fade as well as to create beautiful and remarkable fashion jewellery that suits and enhance the lifestyle of our clients.


Visit ::




















प्रिय पाठकों !

आपकी ओर से निरंतर प्राप्त हो रही सकारात्मक प्रतिक्रियाओं के लिए 'स्वप्निल सौंदर्य ई ज़ीन' की पूरी टीम की तरफ से आप सभी को हृ्दय से आभार . अपने आशीर्वाद, प्रेम व प्रोत्साहन की वर्षा हम पर सदैव करते रहें . आपकी टिप्पणियों , सलाहों एवं मार्गदर्शन का हमें बेसब्री से इतंज़ार रहता है . पत्रिका के लिए आपके लेख, रचनायें आदि सादर आमंत्रित हैं.  कृ्प्या अपने पत्र के साथ अपना पूरा नाम ,पता, फोन नंo व पासपोर्ट साइज़ फोटो अवश्य संलग्न करें. 

ई- मेल :    swapnilsaundarya@gmail.com

                shuklarishabh52@gmail.com






स्वप्निल सौंदर्य ई- ज़ीन में रचनायें भेजने व प्रकाशित कराने हेतु नियम :


स्वप्निल सौंदर्य ई- ज़ीन ( ई- पत्रिका )  मैं रचना प्रेषित करते समय कृ्प्या निम्न बातों का ध्यान रखें -

- रचना साफ - सुथरी हो व  Word Text Format  अथवा Rich Text Format   पे लिखी गई हो .

- भेजी गई रचना मौलिक , अप्रकाशित व अप्रसारित होनी चाहिये. किसी भी पत्र- पत्रिका से चुराई गई रचना कृ्प्या न भेजें. यदि रचना चुराई गई है, और यह साबित हो गया तो उक्त व्यक्ति पर कोर्ट में कारवाई की जाएगी.

- रचना के साथ आपका पूरा नाम, पता, पिनकोड व पासपोर्ट साइज़ फोटो अवश्य भेजें. 

- रचना पर शीर्षक के ऊपर मौलिकता के संबंध में साफ - साफ लिखें अन्यथा रचना पर विचार नहीं किया जाएगा.

- रचना सिंपल फांट ( Font )  में लिखी गई हो .

- रचना भेजते समय अपने बारे में संक्षिप्त ब्योरा जरुर दें . यदि स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन के किसी स्थायी स्तंभ के लिए रचना भेज रहे हैं तो उस स्तंभ का शीर्षक लिखना न भूलें.

- प्रत्येक स्वीकृ्त रचना का कॉपीराइट ( सर्वाधिकार ) पत्रिका के कॉपीराइट धारक का है और कोई स्वीकृ्त / प्रकाशित रचना कॉपीराइट धारक से पूर्वलिखित अनुमति लिए बिना अन्यत्र अनुदित , प्रकाशित या प्रसारित नहीं होनी चाहिये. 


- स्वप्निल सौंदर्य ई-ज़ीन टीम  ( Swapnil Saundarya ezine Team )  





SWAPNIL SAUNDARYA LABEL 
Make your Life just like your Dream World !






copyright©2013-Present. Rishabh Shukla. All rights reserved

No part of this publication may be reproduced , stored in a  retrieval system or transmitted , in any form or by any means, electronic, mechanical, photocopying, recording or otherwise, without the prior permission of the copyright owner. 

Copyright infringement is never intended, if I published some of your work, and you feel I didn't credited properly, or you want me to remove it, please let me know and I'll do it immediately. 







Comments