Brother And Sister Made India's First Chemo Doll For Cancer Patients by 'The Rising News' | Swapnil Saundarya| Media Coverage




Thanks 'The Rising News' for covering the story of our Swapnil Saundarya Chemo Dolls so beautifully.....




कैंसर मरीजों को जीना सिखाएगी कीमो-डॉल
Last Updated : Jul 08, 2018 04:49 PM IST



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कानपुर।


कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का कोई इलाज नहीं है। जिस किसी को भी यह रोग हो जाता है वह इसकी पीड़ा सहन नहीं कर पाता और न जाने कब इस दुनिया को छोड़ देता है। इस रोग से न जाने कितनी बड़ी हस्तियों और सेलिब्रिटीज की जान चली गई। बमुश्किल ही कोई व्यक्ति इस रोग से लड़ पाया हो, मगर हां यदि अंदर लड़ने की इच्छा और दृढ़ शक्ति हो तो ऐसे कई केस सॉल्व भी हुए हैं।






इस जानलेवा रोग से लड़ने और ताकत देने के लिए कानपुर में भाई-बहन की एक जोड़ी ने एक कीमो-डॉल बनायी है, जो कैंसर मरीजों की दोस्त होगी। साथी ही वह डॉल मरीजों के अंदर दृढ़ विश्वास भरने का काम करेगी।


कैंसर से लड़ रहे मरीजों के हौसले को सलाम देने के लिए बनाई डॉल

कानपुर निवासी ऋषभ और स्वप्निल की जोड़ी ने इस डॉल को खासकर कैंसर के मरीजों के लिए बनाया है। इस डॉल की खासियत है यह कि जिस तरह कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी दी जाती है, जिसमें उनके बाल उड़ जाते हैं ठीक उसी तरह से इन डॉल्स के सर पर भी बाल नहीं हैं। इस डॉल को धागे से बनाया गया है। साथ ही इस डॉल को पेशेंट वाली ड्रेस पहनाई गई है।


कीमो-डॉल को इस तरह तैयार किया गया है कि वह कैंसर के पीड़ित मरीजों के अंदर जीने का आत्मविश्वास और दृढ़विश्वास भरने का काम करेगी। डॉल के हाथ में एक रंगीन टोपी है और चेहरे पर दृढ़ विश्वास, जो दर्शा रही है कि हम इस जंग से लड़ सकते हैं। इसको बनाने का मकसद यह है कि कैंसर के मरीज ये डॉल लेकर उन्हें अपना दोस्त समझते हुए जिंदगी की जंग जीतें।


मां की मौत के बाद से आया यह ख्याल

इस डॉल को बनाने वाले भाई-बहन की जोड़ी ऋषभ और स्वप्निल ने बताया कि उनकी मां कैंसर से पीड़ित थीं और कैंसर से लड़ते-लड़ते उनकी जान चली गई। इसलिए कैंसर के दर्द को दोनों भाई-बहन ने नजदीक से महसूस किया और वहीं से प्रेरणा लेकर कीमो डॉल का निर्माण किया। डॉल के साथ उन्होंने की रिंग की चेन भी बनाई है।

मरीजों को मुफ्त में दी जाती है डॉल

इस डॉल को बनाने का मकसद ही यही था कि इस डॉल में  आत्मविश्वास को दिखाया गया है। इस डॉल का निर्माण कैंसर के मरीजों को सम्मान देना और उनको सलाम करना है। उन्‍होंने बताया कि 2017 से इस डॉल का निर्माण किया जा रहा है और अभी तक दोनों भाई-बहन 200 कीमो डॉल एनजीओ और कैंसर के मरीजों को दे चुके हैं। इस डॉल का कोई मूल्य नहीं है, क्योंकि यह मरीजों को मुफ्त में दी जाती है।
















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Luxury crafts manufacturing firm  'Swapnil Saundarya Label' takes great pride to create its exclusive range of chemo dolls which can help in conveying the psychosocial effects of treatment to cancer patients . 

Swapnil Saundarya Chemo Dolls are created with an extremely rare condition where they do not have hair , they went through all their cancer treatments with their chemo, radiation and surgery . 

These Chemo Doll with the ' Fighting Spirit ' help to affirm and support the struggles of cancer patients. These dolls are designed to encourage Cancer patients who have to go through chemo therapy and will likely lose their hair. Swapnil Saundarya Chemo Dolls are dolls for children as well as for adults in treatments for cancer.



Swapnil Saundarya Label manufactured their first Chemo doll in 2017, but instead of placing them on sale for profit, distributed them to various NGOs.

















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